आखिर क्यों कॉमेडियन के साथ शादी के अफवाहों से इस मशहूर अदाकारा को फिल्में मिलना बंद हो गए…

आखिर क्यों कॉमेडियन के साथ शादी के अफवाहों से इस मशहूर अदाकारा को फिल्में मिलना बंद हो गए, वह 60 और 70 के दशक की हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर दिग्गज अदाकाराओं में से एक थी, और इन्होंने 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, वह जब थिरकति थी कि मानो पूरी फिजा झूमने लगती, और दर्शकों के अंग अंग में रोमांच पैदा होता था I इन्होंने हिंदी सिनेमा जगत में एक से बढ़कर एक और दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया, और अपने मेहनत, लगन से खूब दौलत और शोहरत कमाई I लेकिन इस अदाकारा की एक कॉमेडियन के साथ शादी के अफवाहों से अचानक उन्हें नफरत की नजरों से देखा जाने लगा, और इन्हें फिल्म इंडस्ट्री में सब लोगों ने काम तक देने से इनकार कर दिया I 

   आखिर क्यों एक जाने माने डायरेक्टर ने उनसे धोखे से शादी की और अपने शादीशुदा और बाल बच्चे होने की सच्चाई छुपा कर इस अदाकारा को एक गहरा सदमा दिया, और इस अदाकारा के सामने उम्र भर माँ ना बनने की शर्त रखी गई, जिसके चलते यह ता उम्र बे औलाद रही I आखिर कौन थी यह अदाकारा फिल्मों में लीड अदाकारा से भी ज्यादा फीस लेती थी I 

  किसी भी फिल्म में नायक और नायिका की जितनी अहम भूमिका होती है, उतनी ही अहम भूमिका एक खलनायक या डांसर की भी होती है I आज के दौर में भले ही फिल्मों का बनने का तरीका कुछ अलग हो गया हो, लेकिन पहले जो फिल्में बनाई जाती थी, उनमें इनको खास तौर पर ध्यान में रखते हुए ही इस तरीके से किरदार गढ़े जाते थे, और फिल्मों के हिट होने में भी इनकी अपनी एक अहम भूमिका होती थी I 

तो आज हम जानेंगे एक ऐसे ही अदाकारा की जिसकी वजह से फिल्में हिट होने के गारंटी मानी जाती थी, और उनकी फीस उस दौर के मुख्य अदाकारा से भी ज्यादा होती थी, तो यह दिग्गज अदाकारा है अरुणा ईरानी I हम जानेंगे दिग्गज अदाकारा अरुणा ईरानी जी के जिंदगी से जुड़े हुए कुछ दिलचस्प किस्से के बारे में I बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली अरुणा जी ने बाल कलाकार, कॉमेडियन खलनायक, अदाकारा चरित्र अभिनेत्री के रूप में काफी लंबे समय तक हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम किया, और इसी के साथ एक बेहतरीन डांसर की भी पहचान बनाई I 

   3 मे 1952 महाराष्ट्र के मुंबई में अरुणा ईरानी का जन्म हुआ, इनके पिता का नाम फरीदुन ईरानी था, जो की एक ईरानी पारसी थे, और अरुणा की मां का नाम शगुना था जो की एक मराठी हिंदू फैमिली से बिलॉन्ग करती थी I अरुणा जी के साथ भाई-बहन थे जिनमें से ज्यादातर भाई फिल्म इंडस्ट्री से ही जुड़े हुए हैं, उनकी भाई टेलीविजन पर काफी मशहूर भी है I अरुणा जी के पिता के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, फरीदुन ईरानी एक छोटी सी थिएटर कंपनी चलाते थे, जिस से सात बच्चों का और घर का गुजारा करना काफी मुश्किल था, और घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से ही अरुणा जी की पढ़ाई नहीं हो पाई I 

   अरुणा जी अपने साथ भाई बहनों में सबसे बड़ी थी और वह काफी समझदार भी थी, उन्होंने सोचा कि क्यों ना मैं ऐसा कुछ करूं कि जिस से घर खर्च चलाने में पिता की मदद हो जाए, इसीलिए छोटे से उम्र में ही कंधों पर घर की जिम्मेदारियां का बोझ लिए अरुणा जी अलग-अलग स्टूडियो के चक्कर लगाने लगी I काफी कोशिशें के बाद अरुणा जी की मेहनत रंग लाई उस दौर के दिग्गज महान अदाकार लीजेंडरी एक्टर दिलीप साहब की नजर अरुणा जी पर पड़ी, और 1961 में उन्होंने अपनी फिल्म “Ganga Jamuna” में अरुणा जी को मौका दिया I 

  इस फिल्म के दौरान अरुणा जी की उम्र सिर्फ 9 साल थी, फिर इस तरह से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बाल कलाकार के रूप में अरुणा ईरानी जी की शुरुआत हुई I उसके बाद के कुछ साल बेबी अरुणा के लिए बहुत ही संघर्ष भरे रहे, उन्हें काम मिलने में थोड़े मुश्किलें आ रही थी, क्योंकि वह ना ही उस वक्त बाल कलाकार के लिए उतनी छोटी थी, और ना ही एक मुख्य अदाकारा के लिए उतनी बड़ी थी, लेकिन फिर भी उन्हें कुछ फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिलते गए जिससे उनके घर का गुजारा होता रहा I 

अपनी शुरुआती दिनों के दौर में अरुणा जी ने जो फिल्में की उसमें “Jahan Ara” “Nartaki” “Ganga Ki laharen” “Farz” “Upkar” और “Anpadh” फिल्में शामिल रही I अरुणा जी कहती थी कि उस वक्त फिल्मों में मुझे हीरोइन बनने में खास दिलचस्पी नहीं थी, मैं तो सिर्फ ढेर सारे पैसे कमाना चाहती थी जिससे मैं अपने परिवार वालों को एक बेहतर जिंदगी दे सकूं और मेरे घर के आर्थिक स्थिति अच्छी हो, और यही वह वजह थी कि जिस भी फिल्म में जैसा भी रोल मिलता वह करने के लिए मैं राजी थी I 

  अरुणा ईरानी जी ने खुद अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके कैरियर को बनाने में उस दौर के जाने-माने मशहूर कॉमेडियन महमूद साहब ने उनकी खूब मदद की, और फिर कॉमेडी किंग महमूद के साथ अरुणा जी की जोड़ी बनी, अरुणा जी ने तो यह तक एक्सेप्ट किया था कि महमूद साहब के साथ उनका एक अलग और गहरा रिश्ता था, जो की “Aulad” “Ham Joli” “naya Jamana” जैसे फिल्मों के सिल्वर स्क्रीन पर भी नजर आया, और इस जोड़ी को दर्शकों ने भी खूब पसंद किया I 

   वह महमूद साहब ही थे जिनकी वजह से अरुणा जी को सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म “Bombay to Goa” में मुख्य किरदार में अभिनय करने का मौका मिला, और यह फिल्म सुपरहिट भी रही I अरुणा ईरानी ने कहा था कि करियर बनाने के साथ-साथ यह महमूद साहब ही थे जिनकी वजह से अरुणा जी को फिल्में मिलना बंद हो गई थी, अरुणा जी ने बताया कि पता नहीं लोगों में कैसे यह अफवाह उठी कि अरुणा और महमूद साहब ने चोरी छुपे शादी कर ली, इस अफवाह के बाद फिल्म इंडस्ट्री के लोग अरुण जी से नाराज हो गए और उन्हें “Caravan” और “Bombay to Goa” जैसे फिल्में देने के बावजूद भी 2 साल तक कोई भी फिल्में नहीं दी I 

  फिर काफी लंबे वक्त के बाद अरुणा जी को राज साहब का कॉल आया और उन्होंने अपनी फिल्म “Bobby” में काम करने का ऑफर दिया, इस फिल्म के बाद अरुणा जी का कैरियर फिर से चल पड़ा फिर धीरे-धीरे उन्हें काम मिलने लगे I एक दौर तो ऐसा आया की वह उस समय के लीड अदाकारा से भी ज्यादा फीस चार्ज करने लगी, उसके बाद अरुणा जी ने अपने अभिनय से एक के बाद एक ऐसे रोल किया जो अब तक लोगों की ज़ेहन में छपे हुए हैं, अपने अनोखे अंदाज और नृत्य से लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली इस अदाकारा की हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग ही पहचान बन गई, जिसके बिना फिल्में अधूरी मानी जाती थी I

 अरुणा जी ने इंडस्ट्री में आने वाले नए अदाकार और अदाकाराओं की खूब मदद की, क्योंकि उन्हें अपने करियर के शुरुआत के संघर्ष भरे दिन अभी भी याद थे, उन्होंने “Farz” फिल्म में Jitendra “Bobby” फिल्म में Rishi Kapoor, Dimple Kapadia “Sargam” फिल्म में Jayaprada, “Love Story” में Kumar Gaurav और “Rocky” फिल्म में Sanjay Dutt की भी काफी मदद की थी I लेकिन वह कहते हैं ना कि दूसरों का भला करते-करते कभी-कभी हम खुद ही पीछे रह जाते हैं, बस यही अरुणा जी के साथ हुआ, अरुणा जी की बद किस्मत यह रही की जिन कलाकारों की उन्होंने मदद की थी वह सब सुपरस्टार बन गए, और यह खुदा बस एक सपोर्टिंग एक्टर बनकर रह गई I 

   सपोर्टिंग एक्टर के लिए अरुणा ईरानी जी को फिल्म फेयर के तरफ से दो बार Supporting Actor के अवार्ड से सम्मानित किया गया, पर दर्शकों का यह मानना है की ये उनके प्रतिभा के हिसाब से बहुत कम था I 70 80 के दशक के दर्शक और क्रिटिक्स भी यह मानते हैं कि एक मुख्य अदाकारा बनने के सारे गुन अरुणा में मौजूद थे, लेकिन खराब किस्मत और कुछ गलत फैसलों की वजह से और फिल्मों में पॉलिटिक्स होने की वजह से अरुण जी ने सिर्फ चरित्र अभिनेत्री के रूप में ही अपनी पहचान बना पाई I 

  अरुणा ईरानी ने 90 के दशक से “Beta” और “Raja Babu” जैसे फिल्मों से मां के किरदार निभाने शुरू किया, “Beta” फिल्म के लिए अरुण जी को फिल्म फेयर का बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए अवार्ड मिला I हिंदी फिल्मों के अलावा अरुणा जी ने दूसरे भाषाओं में भी काम किया, जैसे Gujarati, Kannada, Marathi फिल्मों में भी काम किया, और इसी के साथ अरुणा जी ने बड़े पर्दे के अलावा छोटे पर्दे पर भी काम करने के लिए वह जरा सा भी नहीं हिचकिचाए और छोटे पर्दे पर भी वह अपने अभिनय से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया, साल 2000 में “Zamana badal gaya” इस धारावाहिक से छोटे पर्दे पर अपने एक्टिंग की शुरुआत की, फिल्म इंडस्ट्री की तरह अरुणा जी छोटे पर्दे की दुनिया में भी छा गई I 

   इसके बाद अरुणा जी ने छोटे पर्दे पर एक के बाद एक बहुत से धारावाहिक में काम किया, जैसे Kahani Ghar Ghar Ki” “Jhansi Ki Rani Dekha Ek Khwab” “Parichay” और “Sanskar dharohar apnon ki” जैसे सुपरहिट टीवी सीरियल में काम किया, और एक नए अंदाज में अपने अभिनय कला की छाप छोड़ी I अरुणा जी आज भी टेलीविजन की दुनिया में सक्रिय है, और दूसरे नए कलाकारों के लिए एक प्रेरणा है I 

  अरुणा ईरानी जी की शादी और उससे जुड़े कुछ विवाद : 

   अपने एक इंटरव्यू में अरुणा जी ने खुद के बात बताई कि उनकी शादी 1990 में उस दौर के जाने माने मशहूर डायरेक्टर प्रोड्यूसर कुकू कोहली से हुई थी, उस वक्त अरुणा जी की उम्र 38 साल थी लेकिन उन्होंने इस इंटरव्यू में एक बहुत बड़ा खुला सा करते हुए यह कहा था कि जब उनकी शादी हो रही थी तब उन्हें यह बात नहीं पता थी कि उनके पति कुकू कोहली पहले से ही शादीशुदा और बच्चों के पिता भी थे, और जब यह बात अरुणा जी को पता चली तो उन्हें बहुत बड़ा गहरा सदमा लगा I 

अपने एक इंटरव्यू में अरुणा जी ने खुद के बात बताई कि उनकी शादी 1990 में उस दौर के जाने माने मशहूर डायरेक्टर प्रोड्यूसर कुकू कोहली से हुई थी, उस वक्त अरुणा जी की उम्र 38 साल थी लेकिन उन्होंने इस इंटरव्यू में एक बहुत बड़ा खुला सा करते हुए यह कहा था कि जब उनकी शादी हो रही थी तब उन्हें यह बात नहीं पता थी कि उनके पति कुकू कोहली पहले से ही शादीशुदा और बच्चों के पिता भी थे, और जब यह बात अरुणा जी को पता चली तो उन्हें बहुत बड़ा गहरा सदमा लगा I 

  अरुणा जी आगे बताती है कि उनकी और कुकू कोहली की लव स्टोरी फिल्म सेट पर बहुत सारे झगड़ों के साथ शुरू हुई थी, और यह लड़ाई धीरे-धीरे प्यार में बदल गई, दोनों एक दूसरे को डेट करने लगे और कुछ वक्त के बाद दोनों ने शादी कर ली, लेकिन जब अरुणा जी को सच्चाई पता चली तो वह सदमे में चल गई I यह अपने जमाने के मशहूर डायरेक्टर में से एक रह चुके हैं, जिन्होंने “Phool Aur Kaante” “Suhag” “Haqeeqat” “Yeh Dil Aashiqana” और “Anari No 1” जैसे फिल्में निर्देशित की है I 

  आगे अपने इंटरव्यू में अरुणा ईरानी जी बताती है कि मैं कुकू के बारे में बात करना पसंद नहीं करती थी, क्योंकि इससे शायद उनकी पहली पत्नी को अच्छा नहीं लगता और वह उन्हें दुख नहीं पहुंचाना चाहते थी, इसीलिए वह कभी भी अपने पति या अपनी शादी को लेकर सार्वजनिक तौर पर खुलकर बात नहीं करती थी I अब मैं अपने पति के बारे में इसलिए बात कर रही हूं क्योंकि कुकू की पहली पत्नी का कुछ वक्त पहले ही निधन हुआ है, और वह अब इस दुनिया में नहीं है I 

 इसी के साथ अरुणा जी ने अपने इस इंटरव्यू में यह भी बताया था, की शादी होने के बाद उनके पति कुकू कोहोली ने उनके सामने यह भी शर्त रखी थी, कि वह कभी भी उनके साथ बच्चे पैदा नहीं करेंगे, अपने शादीशुदा और बाल बच्चे होने की वजह से कुकू कोहली ने अरुणा जी के सामने यह शर्त रखी थी I अरुणा जी ने इसे ही अपनी तकदीर मान ली और अब उन्हें इस बात का कोई मलाल या अफसोस भी नहीं है, इस इंटरव्यू में अरुणा जी ने हंसते अंदाज में यह कहा था कि आज जब मैं अपने भतीजे या भतीजी को देखती हूं तो मुझे इस बात की खुशी होती है कि मेरी कोई औलाद नहीं है, वरना जेनरेशन गैप की वजह से शायद मुझे बहुत परेशानी हो जाती I 

  अरुणा ईरानी जी के तीन भाई काफी मशहूर हुए, एक भाई है जो जाने माने फिल्म निर्देशक indra kumar ने “Dil” “beta” “Ishq” जैसे सुपरहिट फिल्में बनाई, अरुणा जी के अलावा उनके दो भाई भी एक्टर हैं Adi Irani और Firoz Irani I कई दशकों तक दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले अरुणा ईरानी ने 500 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया, कभी चरित्र अभिनेत्री तो कभी खूबसूरत डांसर तो कभी मुख्य अदाकारा के तौर पर तो उसी के साथ कभी मुख्य खलनायका खडूस सास और सौतेली मां के तौर पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपने एक अलग पहचान बनाएं, और दर्शकों द्वारा हर रूप में खूब तालियां और वाह वाहई बटोरी, और आज भी अरुणा ईरानी की पूरी तरह से सक्रिय है और बिंदास अंदाज में अपने जिंदगी जि रही है I

  बचपन से काम करते आ रही अरुणा ईरानी जी की बस यही ख्वाहिश है कि वह अपने आखिरी सांस तक कम करें, इसी के साथ हम भी यही आशा करते हैं कि वह ऐसे ही शानदार अंदाज में काम करते रहे और दर्शकों के दिलों पर राज करती रहे I

  तो यह थी दोस्तों 60 और 70 के दशक की मशहूर दिग्गज अदाकारा अरुणा ईरानी जी के जीवन का परिचय I

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