सम्राट बड़ी धूम धाम से शादी कर के अपनी पत्नी के साथ घर आया, सम्राट को दहेज मैं क्या-क्या मिला होगा, इस पर घर में आए हुए सभी मेहमान और रिश्तेदार चर्चा कर रहे थे, की इतने में सब की नजर सम्राट पर जाती है, और सब लोग उसे एक ही सवाल करते हैं कि तुम्हे दहेज में तुम्हारे ससुराल वालो ने क्या दिया हैं । ये सुन सम्राट कुछ देर चुप खड़ा रहा, उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि क्या कहे, और सब कि नजर उसपर ही थी, सब लोग चुप चाप खडे सम्राट को देख रहे थे । इतने में सम्राट का फोन बजा फोन उठाया तो सामने फोन पर छोटे साले साहाब थे, कहने लगे जिजाजी आप लोग घर पहोच गए क्या, मुझे दीदी से बात करनी हैं याद आ रही है क्या मैं दीदी से बात कर सकता हूँ ? ये सुन सम्राट कहने लगा कि 2 मिनिट रुकना अभी देता हूँ, एक बच्चे के हाथ से फोन ज्योती के पास भेज दिया I फिर सम्राट सब रिश्तेदारों से कहने लगा कि, आज मैं दुनिया का सबसे अमीर आदमी बना हूँ, और सब से ज्यादा खुश नसीब हूँ I
ये सुन सभी रिश्तेदार बड़ी उत्सुकता से पूछने लगे कि ऐसा क्या मिला हैं तुम्हें दहेज़ में I सम्राट कहता हैं एक भाई जो हर वक़्त उठते बैठते हमेशा अपनी बहेन के पिछे पिछे घुमता हैं, हमेशा लढते रहता है, उस लढाई में भी उसका प्यार छुपा हुआ रहता है । अपनी बहन को सताने का, परेशान करने का, उसे प्यार करने का, और उसे लड़ने का एक भी मौका नही छोडने वाला भाई आज बेचैन था I जो भाई हमेशा अपनी बहन से हसी मजाक करता, उसके हर काम में गलती निकालता, आज वो भाई अपनी बहेन को ससुराल जाता देख उसके गले लग कर खूब रोया और कहने लगा कि ससुराल में जरा भी परेशानी हुई, या किसने तुम्ही गुस्से में कुछ कह दिया तो तुम बीना डरे मुझ बताना I ऐसा कहते वो अपने बहेन कि पिछे मजबूती से खड़ा था । ऐसे भाई ने आज अपनी बहेन मुझे सोपी हैं।
अपनी बेटी को विदा होते हुए देख फूट फूट कर खुब रोया…
एक पिता जिवन में चाहें कितनी ही मुश्किल परिस्थिती क्यूँ ना हो, लेकिन वो कभी तुटता नहीं, मजबूती से खड़ा रहता है, उसके दिल में कितना ही दर्द, और दुःख हो पर वो किसी के सामने अपने आंसू देखाता नही । जिसके कांधों पर पूरे घर की बच्चों की जिम्मेदारी होती है, वो अपनी जिम्मेदारी बहोत अच्छे से और पुरे इमानदारि से नीभाता हैं । उनके ज़िन्दगी का एक ऐसा व्यक्ती जिस पर वो खुद से ज्यादा प्यार करतो हो, वो व्यक्ती उसकी बेटी है, और उसी बेटी को ससुराल जाता देख, कभी अपने आंखों में आंसू ना लाने वाला पिता आज अपनी बेटी को विदा होते हुए देख फूट फूट कर खुब रोया और अपनी जान से भी ज्यादा प्यारी बेटी मुझे सोप दि I
चाहे कितने ही मुश्किल हालात क्यों ना हो पर उन हालातो में भी, अपने बहेन का साथ ना छोडने वाली बहेन, उसकी हर छोटी बड़ी गलती को छुपा कर उसके मुश्किल हालात में परछाई कि तरह उसके साथ खड़ी रहने वाली बहेन, जो सहेलियों कि तरह एक दूसरे से अपने दिल कि हर बात कहती हैं I जो एक दुसरे को माँ कि डाँट और मार से बचाती हो, जो दो रह कर भी एक रहती है, ऐसी बहन ने अपनी परछाई मुझे दि हैं I “माँ” एक माँ अपने बच्चे को नौ महिने अपने कोख में पालती है, जन्म के बाद अपने बेटी को अपने पालको पर बिठाती हैं । वो अपनी बेटी में अपना अक्स देखती हैं, जब वो बिमार होती हैं तो रात में जागकर उसका खयाल रखती है । अपनी बेटी को तकलीफ में देख कर माँ का मन रोता हैं, आज जब मैं उनकी बेटी को विदा करके लेकर आ रहा था, तब वो मेरे नजदिक आकर कहने लगी कि दामाद जी मेरी बेटी का ख्याल रखना उसे कोई भूल चुक हो जाये तो ना समझ है कह कर माफ कर देना ।
इसे ज्यादा किंमती क्या हो सकता है मेरे लिए…
बहोत लाडो से पाला हे हमने ज्योती को सबकी लाडली थीं, आज अपने दिल पर पत्थर रख कर आपके साथ उसे विदा कर रहे हैं, एक तरफ़ उसे दूर होने का दुःख भी हैं, और एक तरफ़ उसका घर बस रहा हैं इस बात की खुशी भी हैं I अब आप की जिम्मेदारी हैं, उसकी हर छोटी बड़ी गलती को माफ कर के सम्भाल लेना, ऐसा कहते हुए वो भी खूब रोई I ऐसी माँ ने अपना अक्स, अपनी नाजो से पली बेटी को जिवन भर के लिए मुझे सोप दि I इसलिए आज मैं दुनिया का सबसे अमीर आदमी बना हूँ । इसे ज्यादा किंमती क्या हो सकता है मेरे लिए, जिस विश्वास और यकीन के साथ उन्होंने अपनी बेटी का हाथ मेरे हाथ मे दिया हैं I
इसके आगे तो बंगला , गाडी, किंमती तोफो कि तो कोई अहमीयत नहीं है। अगर मुझे ये सब चाहिए तो मैं खुद ले सकता हूँ अपनी मेहनत से , इतनी तो काबिलियत हैं मुझ में। उसके लिए मुझे अपने ससुराल वालो से दहेज मांगने कि जरूरत नहीं हैं, अब तो मेरी पत्नी भी मेरा साथ हैं I
जिन माँ-बाप ने अपनी बेटी को छोटे से बड़ा करके विदा कर ससुराल भेजा है उनकी भी तो कुछ उम्मीद होंगी मुझसे, और मैं उनकी हर उम्मीद को पुरी करने कि कोशीश करूंगा I मैं उनकी बेटी के साथ हर कदम पर खड़ा रहूंगा, जिस तरहा मायके में उसकी हर जरूरत हर ख्वाहिश पुरी हुई, उसी तरहा मैं भी उसे इस घर में किसी भी चीज कि कमी महसूस नहीं होने दूँगा I उसकी हर इच्छा पूरी करूंगा, उसे कभी कोई शिकायत का मौका नहीं दूंगा । सम्राट कि बाते सभी लोग चुपचाप खडे सुन रहे थे, और जो लोगों ने पुछा था कि दहेज में क्या मिला है, वो लोग ऐसे सर झुका कर ऐसे खड़े थे जैसे उन्होने कोई गुन्हा किया हो।
अपने आंसु रोकने कि बहोत कोशीश करती है…
घर में हो रही सम्राट और मेहर रिश्तेदारो कि बाते कुछ देर पहले दुल्हन बन आई ज्योती रूम के दरवाजे पर खडी सुन रही थी। जब सम्राट कि नज़र ज्योती पर जाती है तो, ज्योती एकदम भावुक हो जाती है, और वो किसी कि परवा ना करते सिधे सम्राट के पास जाकर उसके सिने से लिपट जाती है I अपने आंसु रोकने कि बहोत कोशीश करती है, पर वो रुकती हि नही बहुते ही रहते हैं, सम्राट भी घर में मौजूद रिश्तेदारो कि परवा न करते हुए ज्योती को अपने बाहो में लेता है, और अपने हाथ से आंसु पोछता है I ज्योती के माथे को चुमता है, इतने में सारे लोग ताली बजाते है तालीयो की आवाज सुन दोनो एक दुसरे से दूर होते है, और सम्राट कि सारी बाते सुन उसकी माँ कहाती है कि बेटा आज मैं बहोत खुश हु और मुझे तुझ पर बहोत गर्व है आज तुमने मेरा सर गर्व से ऊंचा कर दिया I
दहेज लेने और देने के कारण बहोत से घर बर्बाद हो रही है। दहेज इस विषय पर हम सभी को चर्चा करनी चाहिए, आज के समाज में सम्राट जैसे लड़के की बहोत जरूरत है, समाज के सभी लड़को की सोच अगर सम्राट की तरह होगी, तो दहेज के नाम पर समाज की कोई भी बेटी घरेलू हिस्सा का शिकार नहीं बनेंगी I