कैसे एक विधवा फिल्म इंडस्ट्री में कामयाब अभिनेत्री बनाकर लाखों जवान दिलों की धड़कन बनी I 1970 के दशक में कैसे एक लड़की मुख्यमंत्री के बेटे से शादी करके अपने पति की मौत के बाद विधवा बन कर फिल्मों में एक कामयाब अभिनेत्री बनाकर लाखों जवान दिलों की धड़कन बनी, और जब सिल्वर स्क्रीन पर यह अदाकारा अपने जलवे बिखरती थी I दर्शकों ने इन्हें बार्बी डॉल कह तो किसी ने हसीन गुड़िया यह हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जवान दिलों की धड़कन बन गई, दिखने में यह बहुत ही खूबसूरत थी मासूमियत उनके चेहरे पर साफ दिखाई देती थी I पर इनकी जिंदगी में एक हादसा ऐसा हुआ कि इन्होंने काफी लंबे वक्त तक अपने आप को एक कमरे में कैद कर लिया, और पूरी दुनिया से छुपकर गुमनामी की जिंदगी जीने लगी I यह अदाकारा रूढ़े वादे पुराने खयालात वाले फैमिली से बिलॉन्ग करती थी, और इसी के चलते इन्होंने अपने फिल्मों में कभी बिकिनी या स्विमसूट तक नहीं पहना और ना ही कभी यह पर्दे पर अश्लील सीन दिए I
इस खूबसूरत अदाकारा ने दो बार शादी कर अपना घर बसाया पर अफसोस उनके दोनों ही पति की बेवक्त मौत हो गई, और यह जिंदगी के सफर में अकेली रह गई, आखिर कौन थी यह अदाकारा और क्यों इन्हें सारे लोग अभागन बदनसीब कहते रहे I 70 के दशक के सबसे कामयाब और हसीन अदाकारा लीना चंदावरकर की, लीना ने अपनी खूबसूरती मासूमियत और शानदार अभिनय कला से दर्शकों के दिल जीते, और कई सालों तक उस पर राज किया I प्रोफेशनल लाइफ बहुत ही कामयाब रही, पर अगर बात करें उनके पर्सनल लाइफ की तो उसमें बहुत गम और दुख भरे थे, आज हम जानेंगे कि यह एक रूढ़िवादी परिवार से होते हुए, कैसे फिल्मों में आए और किन-किन मुश्किलों का सामना इन्हें करना पड़ा I
लीना चंदावरकर का जन्म 29th अगस्त 1950 कर्नाटक के धारवाड़ में हुआ इनके पिता का नाम श्रीनाथ चंदावरकर था, और श्रीनाथ चंदावरकर यह हिंदुस्तान के सेवा में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर थे, और लीना का एक भाई था जिनका नाम अनिल चंदावरकर था, पर उनकी मां का जिक्र कहीं नहीं मिला I लीना के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी थी, इस वजह से लीना की पढ़ाई लिखाई भी अच्छे से कंपलीट हुई लीना चंदवार करके बचपन का एक किस्सा काफी मशहूर है, जब यह स्कूल में थी तो एक बार उनकी टीचर ने क्लास के सभी बच्चों से पूछा कि वो बड़े होकर क्या बनाना चाहते हैं, और उनके क्या सपने हैं उन्हें एक बुक में लिखने को कहा I तब लीना ने अपनी बुक में लिखा था कि वो बड़ी होकर एक कामयाब अदाकारा बनना चाहती हैं, जब टीचर ने यह पढ़ा तब उन्होंने लीना की खूब पिटाई की क्योंकि वो ऐसा दौर था की लड़कियों का फिल्मों में काम करने को गलत समझा जाता था I
लीना अपनी सोच पर अपनी जिद पर डटी रही और महेज 18 साल की उम्र में उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत, की लीना ने अपनी शुरुआत विज्ञापनों से की थी, और एक विज्ञापन के दौरान उस वक्त के मशहूर अदाकार सुनील दत्त साहब की नजर लीना पर पड़ी, फिर दत्त साहब ने लीना को अपनी फिल्म “मन का मीत” में कास्ट करने का तय किया I लीना ने कोई भी एक्टिंग का कोर्स नहीं किया था और लीना को अभिनय कला सीखने की जिम्मेदारी दत्त साहब ने अपनी धर्म पत्नी नरगिस जी को दिया, और नरगिस जी ने भी लीना को बड़े अच्छे से अभिनय कला सिखाई I
जब लीना अपने करियर की शुरुआत कर रही थी, तब अपने परिवार वालों के विरोध का सामना किया, परिवार वालों के सामने डटकर खड़ी रहे और उनसे कहा कि फिल्मों में काम करना ही है I फिर लाख कोशिशें के बाद कुछ शर्तों और प्रतिबंधों के साथ फिल्मों में काम करने के लिए परिवार वालों की रजामंदी मिल गई, लीना ने अपने परिवार वालों के शर्तों और प्रतिबंधों का पालन भी किया, उन्होंने कभी भी अपने परिवार वालों के शर्तों का उल्लंघन नहीं किया, लीना अपने पिता को दिए वादे के अनुसार पर्दे पर कभी किसिंग सीन नहीं दिए, और ना ही अश्लील दृश्य किया और ना ही कभी स्विमसूट या बिकनी पहनी I
लीना चंदवार कर कि पहली फिल्म “मन का मीत” रिलीज हुई इस फिल्म में लीना के साथ दत्त साहब के भाई सोमदत्त मुख्य किरदार में थे, और इस फिल्म में विलन का अभिनय में विनोद खन्ना ने बखूबी निभाया I सोमदत्त और लीना चंदावरकर की यह पहली फिल्म थी, पर्दे पर आते ही यह फिल्म छा गई, और इस फिल्म के जरिए लीना चंदावरकर रातों-रात स्टार बन गई, लीना तो स्टार बन गई पर सोमदत्त दर्शकों के दिल में वह जगह नहीं बना पाए जो लीना ने अपने पहली फिल्म से बनाइ I इसके बाद साल 1970 में लीना की फिल्म “हमजोली” रिलीज हुई और इस फिल्म में लीना के साथ अभिनेता जितेंद्र लीड रोल में थे, इस फिल्म ने भी पर्दे पर आते ही अपने जलवे बिखरे, और यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई, इस फिल्म में लीना ने अपने अभिनय कला से दर्शकों के दिल जीत लिए I
1971 में फिल्म “महबूब की मेहंदी” मैं अपने अभिनय कला को दर्शाने का चांस मिला और लीना कि यह फिल्म भी पहले दो फिल्मों की तरह बॉक्स ऑफिस पर उतना कमल नहीं दिखाई पर इस फिल्म का गाना “जाने क्यों लोग मोहब्बत किया करते हैं” आज भी काफी पसंद करते हैं I इसके बाद धीरे-धीरे लीना अपने करियर में कामयाबी की ऊंचाइयों हासिल करती गई, और धीरे-धीरे उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में नाम, इज्जत और शोहरत मिला I इसी साल लीना की एक और फिल्म “रखवाला” रिलीज हुई इस फिल्म में भी दर्शकों ने लीना के दमदार अभिनय कला को खूब सराय और काफी पसंद भी किया I इसके बाद लीना ने एक के बाद एक हीट फिल्मों में काम किया, जैसे
उनकी कुछ प्रमुख फिल्मों की सूची है:
मन का मीत (1969)
हमजोली (1970)
मेहबूब की मेहंदी (1971)
रेशम की डोरी (1974)
मनचली (1973)
बिदाई (1974)
धुंध (1973)
डाकू और जवान
कैद
इन फिल्मों में से कुछ फिल्में लीना ने शादी के पहले किया और कुछ शादी के बाद
लीना चंदावरकर की निजी जिंदगी :
लीना की पहली शादी 1975 के दशक में गोवा के पहले मुख्यमंत्री दयानंद बंडोदकर के बेटे सिद्धार्थ बंडोदकर से हुई थी, यह शादी अरेंज मैरिज थी परिवार वालों ने लीना की शादी बड़े ही धूमधाम से की थी और अपनी शादीशुदा जिंदगी में लीना भी बहुत खुश थी I पर उनकी खुशी ज्यादा दिनों तक उनकी जिंदगी में रही नहीं, शादी के सिर्फ 11 दिन बाद ही सिद्धार्थ को दुर्घटना वर्ष उनकी ही रिवाल्वर से गोली लग गई, उसके बाद घर में एक कोहरा मच गया I इस हादसे से नई नवेली दुल्हन लीना पूरी तरह से टूट चुकी थी, जैसे उन पर गमों के पहाड़ टूट चुके हो, इस हादसे के बाद 6 महीने तक सिद्धार्थ अस्पताल में आध मारे हालत में रहे, और लीना दिन रात सिद्धार्थ की देखभाल करती रही I
6 महीने बाद 1976 में सिद्धार्थ इस दुनिया को छोड़कर चले गए, लीना को अपने पति के मौत का गहरा सदमा लगा, कुछ लोगों का यह कहना है छोटे से उम्र में विधवा होने के वजह से लोग उन्हें कोसने लगे थे, कुछ लोगों ने तो उनके लिए अप शब्द भी कहे, तो कुछ लोगों ने इन्हें अपशगुन और मनहूस तक कह दिया I अपने लिए लोगों से ऐसी बातें सुन लीना ने लोगों से बातचीत करना बंद कर दिया, और अपने आप को सारी दुनिया से अलग कर लिया I ना तो यह किसी से मिलती थी और ना ही किसी फैमिली फंक्शन में या पार्टी में जाती थी, और ना है किसी काम में दिलचस्पी रखती थी जैसे उनकी सारी जिंदगी उजड़ गई हो I
कुछ वक्त बिताने के बाद परिवार वाले दोस्तों ने लीना को तसल्ली देते हुए समझाया, कि उनके आगे तो उनकी पूरी जिंदगी पड़ी है और उन्हें हौसला देते हुए कहने लगे कि तुम अपनी जिंदगी की नई शुरुआत करो अपने आप को संभालो अभी तुम्हारी उम्र ही क्या है, इस तरह से हौसला देते हुए परिवार वालों ने और दोस्तों ने लीना को इंक्रीस किया I उस वक्त लीना की उम्र सिर्फ 25 साल थी परिवार वालों और दोस्तों का साथ मिलने के बाद लीना अपनी सारी तकलीफ गम बुलाकर दुखों से बाहर आई और अपनी जिंदगी की नई शुरुआत करने का फैसला करती है, और लीना फिर से अपने बिगड़ी हुई जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश में लग गई, लीना एक बार फिर अपने फिल्मी करियर में वापसी की I
लीना के जिंदगी में आए तकलीफ दुखों और हादसे के बारे में सब बखूबी जानते थे, सबसे अच्छी बात यह रही की फिल्म इंडस्ट्री में लीना के बहुत से लोगों से जान पहचान हुई थी, और उन लोगों में से कुछ लोगों ने मुश्किल वक्त में लीना का बहुत साथ भी दिया, और लीना का फिल्मी करियर फिर से पटरी पर आया, और वह अपने फिल्मों में फिर से बिजी हो गई I लीना की जिंदगी में आते हैं एक ऐसे शख्स जिसे आगे चलकर लीना ने उनसे शादी करली I लीना ने एक इंटरव्यू में अपनी कुछ पर्सनल बातें बताई थी, लीना ने कहा कि उन्होंने पहली बार उसे जमाने के मशहूर सिंगर किशोर कुमार जी को एक फिल्म के सेट पर देखा था I उस वक्त लिना संजीव कुमार के साथ एक फिल्म में काम कर रही थी I
साथ में काम करने के दौरान संजीव कुमार ने लीना को एक कंप्लीमेंट दिया था, कि वह बहुत खूबसूरत और हसीन है, और चाहे वह कोई भी हो तुम्हें नजर अंदाज नहीं कर सकता, खास तौर पर किशोर कुमार जी मैं तो कहता हूं कि तुम किशोर जी को राखी बांध दो, वरना है तुम्हारे पीछा कभी नहीं छोड़ेंगे तुमसे शादी करने के लिए तुम्हारे पीछे पड़ जाएंगे I उस वक्त मुझे संजीव कुमार की बातों पर यकीन नहीं था, पर कुछ वक्त के बाद जब मेरी पहली मुलाकात किशोर जी से हुई पहले ही मुलाकात में किशोर जी मेरे सामने शादी का प्रस्ताव रखा I
मेरे पिता मुझसे नाराज थे और उन्होंने गुस्से में मुझे मनहूस और बोझ कहा,
लीना ने यह बात अपने एक इंटरव्यू में साफ शब्दों में बताइए, उन्होंने कहा कि पहले कुछ देर तक किशोर जी खामोश रहे, उन्होंने कुछ नहीं कहा फिर कुछ देर के बाद उन्होंने कहा कि वह मुझसे शादी करना चाहते हैं I इस मुलाकात के कुछ दिनों बाद मेरी अपने पिता से किसी बात को लेकर बहस हो गई थी, मेरे पिता मुझसे नाराज थे और उन्होंने गुस्से में मुझे मनहूस और बोझ कहा, मेरे पिता के मुंह से अपने लिए ऐसी बातें सुन मैं बहुत उदास और नाराज हो गई थी, उस वक्त में काफी ज्यादा परेशान भी थी, मुझे लगा कि मुझे अपने पिता और घरवालों पर पर ज्यादा बोझ नहीं बनना चाहिए, मुझे कुछ समझ में नहीं आया की मैं क्या करूं और उस वक्त मेरे ख्याल में सिर्फ एक नाम आया किशोर जी का क्योंकि उन्होंने मेरे सामने शादी का प्रस्ताव रखा था, और मैंने किशोर जी को कॉल करके पूछा कि क्या अब भी वो मुझसे शादी करने के लिए राजी है ? तब किशोर जी ने कहा मैं अभी तुमसे शादी करने के लिए राजी हूं फिर इस तरह से हम दोनों की शादी की बात आगे बढ़ेगी I
जब लीना किशोर कुमार से शादी करने की इच्छा अपने पिता श्रीनाथ चंदावरकर को बताइए, तब श्रीनाथ जी किशोर कुमार का नाम सुनते ही इस शादी के लिए साफ शब्दों में मना कर दिया, माना इसलिए किया क्योंकि लीना किशोर जी से उम्र में 20 साल छोटी थी, और लीना से पहले किशोर जी की तीन शादियां हुई थी I किशोर जी ने पहली शादी रूमा घोष और दूसरी शादी योगिता बाली से टूट चुकी थी, और तीसरी शादी किशोर जी ने फिल्म इंडस्ट्री की सबसे खूबसूरत और मशहूर अदाकारा मधुबाला जी से की थी मधुबाला जी का आखिरी वक्त किशोर कुमार के साथअच्छा नहीं रहा I
किशोर जी इतनी आसानी से हार माने वालों में से नहीं थे, उन्होंने तय किया कि वह श्रीनाथ चंद्रावरकर के आशीर्वाद के साथ ही लीना से शादी करेंगे I किशोर कुमार जी कर्नाटक के धारवाड़ में स्थित लीना के घर पहुंचे, घर के बाहर बैठकर जोर-जोर से गाना गाने लगे लीना बताया कि किशोर जी ने बहुत से गाने गए लेकिन उनमें एक गाना वह था, “नफरत करने वालों के सीने में प्यार भर दूं” अपने घर के सामने किशोर जी को गाने गाता देख श्रीनाथ चंदावरकर घर से बाहर आए और किशोर जी को करीब बुलाकर शादी की इजाजत दे दी इस तरह से साल 1980 में किशोर कुमार और लीना चंद्रावरकर की शादी हुई I
शादी के कुछ वक्त के बाद लीना और किशोर के घर एक प्यार से बेटे का जन्म हुआ, लीना ने अपने बेटे का नाम सुमित कुमार रखा, फिर लीना फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गई I लीना से पहले किशोर जी को उनकी पहली पत्नी से एक बैठा था अमित कुमार वह भी किशोर जी के साथ ही रहता था, अब लेना से शादी होने के बाद अमित कुमार भी लीना और किशोर कुमार के साथ रहने लगे पूरा परिवार एक साथ हंसी खुशी से रह रहा था I कुछ सालों के बाद अमित कुमार जब बड़े हुए तब अमित कुमार और किशोर कुमार जी ने एक फिल्म में स्क्रीन शेयर किया, फिल्म “शाबाश डैडी” में दोनों बाप बेटे एक साथ में नजर आए I
लीना किशोर जी के साथ अपनी जिंदगी बहुत ही खुशी से गुजर रही थी, पर किस्मत ने फिर से यू बाजी पलटी की लीना फिर से जिंदगी की राह में अकेली रह गई, लीना और किशोर कुमार का साथ सिर्फ 7 साल का ही रहा, शादी के 7 साल के बाद 1987 में किशोर कुमार जी इस दुनिया चले गए I किशोर कुमार के मौत के बाद लीना और किशोर कुमार की पहली पत्नी के बेटे अमित कुमार और लीना की बेटी सुमित कुमार यह तीनों पहले की तरह ही साथ में रहने लगे I सुमित और अमित की शादी हो चुकी है और उनके बच्चे भी हैं किशोर कुमार के मौत के इतने सालों बाद भी लीना अपने बेटे और अपने बहू को एक साथ एक परिवार में बांधकर रखा है, वह हमेशा पूरे परिवार के साथ ही नजर आती हैं I
आज भी अमित और सुमित के बीच सगे भाइयों से भी ज्यादा प्यार है, यह प्यार इनकी मां लीना चंदावरकर के संस्कारों और परवरिश का ही फल है I लीना ने कभी भी अमित और सुमित के बीच भेदभाव नहीं किया, जिसका नतीजा आज यह दोनों सगे भाइयों से भी ज्यादा मिलजुल कर एक साथ और प्यार से रहते हैं I अमित और सुमित अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए उन्हें की तरह सिंगर बने हैं, और उन्होंने बहुत सी फिल्मों में अपनी आवाज भी दी है I सिंगर होने के साथ ही यह दोनों एक रेडियो चैनल पर शो करते हैं और लोग भी इन्हें काफी पसंद करते हैं और प्यार देते हैं I
लीना के दोनों बेटों अमित और सुमित के रिश्ते की बॉन्डिंग कई मौके और इवेंट पर देखने को मिलती है, यह बहुत से फंक्शन टीवी शो और इवेंट में साथ नजर आते हैं I अभी 2019 में इंडिया का सबसे मशहूर कॉमेडी शो “द कपिल शर्मा शो” में लीना और उनके दोनों बेटों को एक साथ इनवाइट किया था, इन तीनों के आने के बाद शो में हंसी मजाक का माहौल बना हुआ था, इस शो में लीना अमित और सुमित ने खुलकर अपनी बातें कहीं और साथ ही किशोर कुमार की यादों को भी ताजा कर उन्हें याद किया I
राम जेठमलानी ने लीना से हाथ मिलाया और हाथ मिलाने के बाद लीना को किस किया…
दूसरी अदाकारा की तरह लीना भी कुछ साल पहले विवादों में गिरी रही, कुछ साल पहले 2015 में लीना ने “दी हम लोग अवॉर्ड फंक्शन” में शामिल हुई थी, उस दौरान स्टेज पर लीना राम जेठमलानी से मिली थी, मुलाकात के दौरान राम जेठमलानी ने लीना से हाथ मिलाया और हाथ मिलाने के बाद लीना को किस किया था I इस घटना के बाद लीना काफी ट्रोल हुई थी, और उनकी कुछ तस्वीरों पर काफी विवाद भी हुआ था, इस विवाद के बाद लीना ने राम जेठमलानी के बचाव में कहा कि लोग मेरे लिए बुरा फील कर रहे हैं, पर मैं उन लोगों को बस इतना बताना चाहती हूं “ना उम्र की कोई सीमा हो और ना प्यार काकोई बंधन” इस तरह कहते हुए लीना जी ने राम जेठमलाने को शर्मिंदा होने से बचाया और उनके समर्थन में आगे आई, और इस हादसे को ज्यादा ना खींचे इस बात का आग्रह किया था I
लीना चंदावरकर आज भी अपने भरे पूरे परिवार के साथ हंसी-खुशी से मुंबई में रहती है, और अपने बहू और बेटों के साथ अपनी जिंदगी जी रही है I लीना अपने बड़े बेटे अमित कुमार के लिए एक गाना भी लिख रहे हैं, और इस गाने को अमित कुमार की आवाज में जल्द ही लोगों के सामने पेश किया जाएगा I अमित कुमार ने आगे आकर एक इंटरव्यू में कहा कि उनकी मां लीना बहुत ही खूबसूरती से लिखते हैं, वह एक बहुत ही कमाल की और शानदार लेखिका है I हम आशा करते हैं कि लीना जी जैसी मधुर व्यक्तित्व एक कामयाब महिला की जिंदगी हमेशा इसी तरह से खुशी से आबाद रहे, अपने काम को इसी तरह से दिलचस्पी के साथ करते रहे I हिंदुस्तान की फिल्म इंडस्ट्री में उनके योगदान को याद किया जाएगा और रहती दुनिया तक हमेशा उनके अभिनय कला और उनकी खूबसूरती को सराय जाएगा I
तो यह थी दोस्तों महेज 25 साल की उम्र में विधवा होने के बाद भी फिल्म इंडस्ट्री में अपने अभिनय कला के डंके बजाने वाली खूबसूरत अदाकारा लीना चंद्रावरकर के जीवन का परिचय I