आज हम जानेंगे बॉलीवुड कि उस मशहूर अभिनेत्री और के बारे में एवरग्रीन ब्यूटी जिन्होंने दो शादियां की और बॉलीवुड के 6 अभिनेताओं के साथ रिश्ते में रही, और इनका नाम 80 के दशक में बाकी अभिनेत्रीओं से सबसे पहले लिया जाता था, और पूरी दुनिया उनके अभिनय क्षमता के कायल थी I जो ना कि सिर्फ एक सक्सेसफुल और वर्सेटाइल अभिनेत्री रही, बल्कि उनकी खूबसूरती के लाखों लोग दीवाने थे, और इन्हें एवरग्रीन ब्यूटी के नाम से पहचान मिली I इन्होंने ही भारतीय सिनेमा में पहली बार महिला प्रधान कमर्शियल फिल्में बनाने की शुरुआत की, और एक मजबूत अदाकारा के तौर पर पहेली भारतीय फीमेल सुपरस्टार का दर्जा हासिल किया I लेकिन इस सुपरस्टार अभिनेत्री कि निजी जिंदगी बहुत ही कंट्रोवर्शियल विवादों से गिरी रही, और आज भी न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया इनसे जुड़े हर खबर पर नजर रखते हैं I
इस अभिनेत्री के जन्म के समय इनकी मां कुमारी थी, और यह अपने मां-बाप की नाजायज औलाद थी, उनके पिता साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे, लेकिन इनके पिता ने सीधे मुंह इनसे बात करनी तो दूर कभी उनकी तरफ देखा तक नहीं I अपनी फिल्मी करियर के दौरान इस अदाकारा ने भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के 6 जाने माने मशहूर दिग्गज अभिनेताओं के साथ प्यार किया, प्यार में छह बार धोखा मिलने के बाद अभिनेत्री ने दो शादियां की लेकिन एक भी शादी कामयाब नहीं हुई, इसके बाद यह अपनी ही एक फीमेल मेकअप आर्टिस्ट के साथ लिविंग रिलेशनशिप में रह रहे हैं, इस बात ने पुरी फिल्म इंडस्ट्री चौका कर रख दिया I आखिर क्यों अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत से लेकर अब तक बॉलीवुड इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा विवादों भरी अभिनेत्री बनी रही, आखिर क्या बात थी कि अपने पति के मौत के बाद भी यह अभिनेत्री अपनी मांग में सिंदूर सजती है, और आखिर वह क्या बात है कि आज भी इनकी जिंदगी और इनका बांग्ला एक रहस्य बना हुआ है I
आज हम जानेंगे फिल्मों से लेकर राज्य सभा तक का सफर तय करने वाली अदाकारा रेखा हमेशा जिंदा दिल और हसीन शख्सियत जानी गई, लेकिन ईनकी निजी जिंदगी हमेशा से विवादों भारी, मुश्किल और रहस्यमय रही है I बचपन में यह अपने पिता के प्यार के लिए तरसती रही, और पढ़ने लिखने की उम्र में इकोनामिक क्राइसिस को झेलते हुए काम करने के लिए मजबूर की गई, फिर सारी उम्र सच्चे प्यार और वफादार साथी की राह देखती बीत गई I आज हम अतीत के उन पन्नों को पलटेंगे और छोटी सी जिंदगी में उतार चढ़ाओ और बहुत से मुश्किलों का सामना करने वाली अभिनेत्री रेखा के निजी जिंदगी के बारे में जानेंगे I हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में द एवरग्रीन ब्यूटी ऑफ़ फिल्म इंडस्ट्री माने जाने वाली अभिनेत्री रेखा का जन्म 10th अक्टूबर 1954 को चेन्नई में हुआ, उनका पूरा नाम भानु रेखा गणेशन था I यह एक ब्राह्मण थी आदि तमिल और आदि तेलुगू थी, इनके पिता जैमिनी गणेशन यह तमिल फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे, और उनकी मां तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की अभिनेत्री पुष्पवल्ली थी I
फिल्मी करियर में काम करने के दौरान जेमिनी गणेशन और पुष्पवल्ली की मुलाकात होती है, और वहीं से उन दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ जाती है, और इन्हीं बढ़ती नजदीकियों में पुष्पवल्ली प्रेग्नेंट हो जाती है I तब 10 अक्टूबर 1954 को पुष्पवल्ली के घर रेखा का जन्म होता है, रेखा के जन्म के समय जेमिनी गणेशन और पुष्पवल्ली यह शादीशुदा नहीं थे, क्योंकि जेमिनी गणेशन ने पहले से ही किसी और से शादी की थी और उन्हें अपने पहली पत्नी से 6 बच्चे भी थे, इस वजह से रेखा यह अपने मां-बाप के नाजायज औलाद कहलाई गई, और इसी वजह से हमेशा कई विवाद होते रहे I रेखा को एक सगी बहन एक सौतेला भाई और पांच सौतेली बहने थी, रेखा बचपन में हमेशा अपने पिता के प्यार के लिए तरसती रही, पर जेमिनी गणेशन उनसे प्यार तो दूर कभी उनकी तरफ देखते तक नहीं थे I
रेखा की मां ने चेन्नई की पॉपुलर चर्च पार्क प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल में उनका एडमिशन करवाया, स्कूल में एडमिशन लेने के कुछ सालों के बाद ही किसी वजह से रेखा को अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी, मां-बाप का प्रोफेशनल काम होने के बावजूद भी रेखा को एक्टिंग करियर में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण रेखा की मां ने इन्हें इनके इजाजत के बगैर न चाहते हुए भी उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में रोक कर फिल्मों में काम करने के लिए मजबूर किया, रेखा के पास भी इसके अलावा कोई और चारा नहीं था, इसलिए रेखा को न चाहते हुए भी फिल्मों में काम करना शुरू किया I
1966 में आई फिल्म “रंगुला रत्नम” रेखा की चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में पहली फिल्म थी, यह एक तेलुगु फिल्म थी, इस फिल्म में रेखा को पुष्पवल्ली ने काम दिलवाया था I इस फिल्म की कास्टिंग के दौरान रेखा का नाम बेबी भानु रेखा लिखा गया था I इसके बाद 1969 में हीरोइन के तौर पर रेखा की दूसरी कन्नड़ फिल्म “ऑपरेशन जैकपोट” आई यह फिल्म पर्दे पर हिट साबित हुई, और इसके बाद रेखा को पहले हिंदी फिल्म ऑफर हुई, हिंदी फिल्म के करियर की शुरुआत में ऐसी घटना का सामना करना पड़ा, जिसमें इन्हें पुरुष प्रधान फिल्मी दुनिया से रूबरू कराया गया I
1969 में बनने वाली रेखा की पहले हिंदी फिल्म थी “अंजाना सफर” इस फिल्म से रेखा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू कर रही थी, इस फिल्म के प्रोड्यूसर कुलजीत पाल और डायरेक्टर राजा नवाथे थे I “अंजाना सफर” इस फिल्म में रेखा के साथ हीरो थे “विश्वजीत” और इस फिल्म की शूटिंग मुंबई में स्थित महबूब स्टूडियो में हो रही थी I मशहूर लेखक यासिर उस्मान ने रेखा के जीवन पर आधारित लिखी हुई अपने किताब “रेखा द अनटोल्ड स्टोरी” के मुताबिक, फिल्म के डायरेक्टर राजा नवाथे ने फिल्म के हीरो विश्वजीत के साथ मिलकर एक किसिंग सीन प्लेन किया जिसकी खबर रेखा को नहीं थी I जैसे ही कैमरा रोल हुआ फिल्म के हीरो विश्वजीत ने रेखा के इजाजत के बगैर बिना इन्हे खबर दिए 5 मिनट तक किस करते रहे, और स्टूडियो में मौजूद लोग सीटी मारकर तालियां बजने लगी, रेखा रो रही थी और रो-रो कर बेहोश भी हो गई I
जब रेखा को होश आया तब भी वो खूब रोइ और महबूब स्टूडियो में हंगामा मच गया, इस कदर हंगामा मचा हुआ देख फिल्म के हीरो विश्वजीत ने यह कहकर बात को टालने लगा की जो उन्हें डायरेक्टर ने कहा उसने बस वही किया I यह खबर उस दौर के लाइव मैगजीन के एशियान एडिशन में साल 1970 में छाप दी गई, यह खबर आग की तरफ फैल गई, और यह खबर पढ़ कर अमेरिका के जाने माने मशहूर रिपोर्टर जेम्स शेफर्ड हिंदुस्तान आए, और रेखा से उनके साथ हुए इस हादसे का इंटरव्यू लेने लगे, और रेखा ने भी जेम्स शेफर्ड के सामने खुलकर अपनी आप बीती रख दी I
इस इंटरव्यू की बात इतना हंगामा हुआ कि सेंसर बोर्ड ने भी उनकी फिल्म “अंजाना सफर” रिलीज होने से रोक दिया, क्योंकि उस वक्त रेखा की उम्र सिर्फ 15 साल थी, और उन दिनों इतनी कम उम्र की लड़की के साथ ऐसा हादसा पेश आना यह एक कानूनी अपराध था I इसके बाद रेखा और विश्वजीत की यह फिल्म 10 साल तक सेंसर में अटकी रही, और कुछ सीन को काटकर साल 1979 में इस फिल्म को “दो शिकारी” के रूप से रिलीज कर दिया गया I
कुछ वक्त के बाद डायरेक्टर मोहन सहगल ने रेखा को अपने आने वाली फिल्म “सावन भादो” में कास्ट किया, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में रेखा की यह पहली फिल्म साबित हुई, इस फिल्म में रेखा के साथ अभिनेता नवीन निश्चल थे “सावन भादो” उनकी भी यह पहली फिल्म थी I 1970 में आए सावन भादो रेखा की यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई, और इसके बाद एक के बाद एक रेखा को फिल्मों के ऑफर मिलने लगे I फिल्म में साथ काम करने के दौरान नवीन निश्चल और रेखा में नजदीकियां बढ़ गई, और उस दौर के अखबारों में और मैगजीन में इन दोनों के अफेयर की खबरें छपने लगी, पर दिल फेंक आशिक माने जाने वाले नवीन निश्चल के दूसरेअभिनेत्री के साथ अफेयर की खबरें आने लगी उस वक्त मायूसी के साथ रेखा नवीन निश्चल से अलग हो गई, कुछ वक्त के बाद रेखा के नवीन निश्चल के साथ एक फिल्म आई थी “आस्था” और उसमें रेखा ने नवीन निश्चल के साथ बहुत ही इंटिमेट सीन दिए, जिसे सब लोग हैरान हो गए I
इसके बाद रेखा की जिंदगी में अभिनेता जितेंद्र की एंट्री होती है, रेखा से पहले जितेंद्र की एक गर्लफ्रेंड थी शोभा कपूर, शोभा अपने काम की वजह से हिंदुस्तान से बाहर रहती थी, और जितेंद्र ने इसी का फायदा उठाया I 1972 में डायरेक्ट बी.एन घोष ने जितेंद्र और रेखा को अपनी फिल्म में चांस दिया और इन्हें लेकर “एक बेचारा” यह फिल्म बनाई I इस फिल्म की शूटिंग शिमला में हुई थी, फिल्म तो सुपरहिट रही और साथ ही साथ जितेंद्र और रेखा की जोड़ी भी सुपरहिट हुई, और लोगों ने भी इस जोड़ी को काफी पसंद किया I इसके बाद 1973 में आई फिल्म “अनोखी अदा” इस जोड़ी को कास्ट किया गया, इस कामयाबी के बाद यह दोनों हर जगह साथ में देखे जाने लगे, और यह लव स्टोरी कम डीच स्टोरी लगने लगी I एक तरफ दिल फेंक जितेंद्र रेखा के साथ रोमांस कर रहे थे, लेकिन वह अपनी गर्लफ्रेंड शोभा के साथ रिश्ता तोड़ने के लिए राजी नहीं थे, और इसी वजह से रेखा और जितेंद्र में हमेशा बहस होने लगी I
यासिर उस्मान के द्वारा लिखी गई “रेखा द अनटोल्ड स्टोरी” इस किताब के मुताबिक जितेंद्र ने अनोखी अदा के शूटिंग के दौरान सेट पर कुछ जूनियर आर्टिस्ट के सामने यह कह दिया की रेखा उनके लिए एक टाइम पास है, ऐसा कहते हुए वह हंस रहे थे, और यह सुनकर उनके साथ जो लोग मौजूद थे वह भी ठहाके के लगाकर हंसने लगे, जब जितेंद्र जूनियर आर्टिस्ट के सामने रेखा की इंसल्ट कर रहे थे, उस वक्त रेखा वही साइड में खड़ी यह बातें सुन रही थी, और यह सुन रेखा वहां से रोती हुई भागी और मेकअप रूम में जाकर भी वह कई घंटे तक रोती रही, फिल्म की शूटिंग कैंसिल हुई, गुस्से में रेखा अपने घर चली गई और जितेंद्र को अपने जिंदगी से निकाल दिया I
नवीन निश्चल और जितेंद्र के बाद रेखा की जिंदगी में अभिनेता किरण कुमार आते हैं, जो की उस दौर के मशहूर एक्टर जीवन के बेटे थे, जितने कम वक्त में किरण और रेखा मिले थे, उससे भी कम वक्त में यह दोनों अलग भी हो गए I स्टारडस्ट के एनुअल 75 एडिशन में इस कपल के बारे में एक आर्टिकल छाप था, इस आर्टिकल में किरण कुमार और रेखा के अनाेईंग इशू के बारे में लिखा था, जो की यह इन्हीं के दिए गए इंटरव्यू पर आधारित लिखा था, जिसमें रेखा ने खुद किरण कुमार को मामा’एस बाय यानी मां का बेटा ऐसा कह कर उनका मजाक उड़ाया I रेखा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी मेहनत और लगन से कामयाब, और एक मशहूर नामचीन अभिनेत्री बनी थी, और अब वह सेटल होना चाहती थी शादी कर अपना घर बसना चाहती थी I रेखा एक वफादार और सच्चे जीवनसाथी के तलाश में थी, जो हमेशा उनके सुख-दुख में उनके हर कदम पर उनका साथ दे, और इन्हें कभी अकेला छोड़कर ना जाए ताउम्र उनके साथ रहे I
कुछ फिल्मों में काम करने के दौरान अब रेखा की जिंदगी में एक और अभिनेता की एंट्री होती है, अभिनेता विनोद मेहरा की, रेखा से मिलने के पहले विनोद मेहरा ने दो शादियां की थी, और दोनों ही पत्नियों को तलाक दे दिया था, विनोद मेहरा की छवि भी आवारा दिल फेक आशिक की थी I लेकिन अपने भोले भाले मासूम से दिखने वाले विनोद ने अपनी मनमोहक मुस्कान से रेखा के दिल में अपनी ऐसी जगह बनाई कि अब रेखा उनके बिना एक पल भी जीने के लिए तैयार नहीं थी I विनोद मेहरा में रेखा सच्चा प्यार और जीवन साथी देख रही थी, और जैसे इनके पैर जमीन पर नहीं थे, हिंदुस्तान के मशहूर बायोग्राफर लेखक यासिर उस्मान अपनी किताब के जरिए बताते हैं कि विनोद मेहरा और रेखा ने कोलकाता में शादी की थी I
शादी के बाद जब विनोद मेहरा अपनी पत्नी रेखा के साथ अपने घर मां के पास गए, तब उनकी मां रेखा को देखकर इतना गुस्सा हुई कि उन्होंने नई नवेली दुल्हन पर चिल्लाना शुरू किया, यह देख रेखा के पैरों तले से जमीन खिसक गई, जैसे उन्हें कोई सदमा लगा हो विनोद मेहरा की मां कमला मेहरा ने रेखा के मुंह पर उन्हें बिन बिहाइ मां की बेटी कहा और उन्हें चप्पल से दे मारा I अपनी मां के हाथों अपनी नई नवेली पत्नी को बेइज्जत होता देख विनोद मेहरा खामोश खड़े रहे, उन्होंने अपनी पत्नी के लिए आवाज तक नहीं उठाई, विनोद मेहरा का यह रूप देख और उनके मां के हाथों बेइज्जत हुई रेखा उनके घर से चली गई, और एक होटल में जाकर रात गुजारी I रेखा के मन में कई सवाल उठ रहे थे कि जब विनोद को उनका साथ नहीं देना था, अपने परिवार के आगे उनके लिए कुछ कह नहीं सकते तो उन्होंने उनसे शादी क्यों की, आखिरकार यह रिश्ता भी टूट गया, और जैसे तैसे रेखा ने खुद को संभाला I
जब भी मीडिया ने विनोद मेहरा से शादी पर रेखा से सवाल किया तब रेखा ने उसे झूठलाया, इनकी शादी का एक सर्टिफिकेट साल 1986 में एक फिल्मी मैगजीन ने छाप दिया था, और उसे रेखा की मैनेजर ने फेक है ऐसा कहते हुए झूठ लाया, कुछ वक्त के बाद सिम्मी ग्रेवाल के एक इंटरव्यू में रेखा ने विनोद मेहरा को अपना एक शुभचिंतक बताया था I प्यार में कई बार धोखा मिलने के बाद हर रिश्ते से और हर शख्स से रेखा का भरोसा उठ गया था, और इस हादसे के बाद शादी और प्यार के जैसे रिश्ते से इनका नजरिया पूरी तरह से बदल गया था I
अब जानेंगे उस प्रेम कहानी के बारे में जो रेखा की जिंदगी का और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में सबसे विवादित प्रेम रिश्ता माना गया, यह रिश्ता था रेखा और बॉलीवुड के शहंशाह बिग बी अमिताभ बच्चन का I अब यह तो नहीं पता की रेखा के लिए यह प्यार था या उन पिछली कड़वी अनुभव के बाद एक टाइम पास, लेकिन आज भी रेखा को इस रिश्ते से जुड़ा हुआ मानते हैं I रेखा से मिलने से पहले ही 3 जून 1973 को अमिताभ बच्चन ने जया भादुरी से शादी की थी, रेखा और अमिताभ बच्चन के रिश्ते की शुरुआत साल 1976 में आई फिल्म “दो अनजाने” से हुई, रेखा और अमिताभ बच्चन ने एक के बाद एक 10 हिट फिल्मों में काम किया, और फिल्मों से लेकर रियल लाइफ में भी एक दूसरे के प्यार में डूबे रहे I सारे न्यूज़ चैनल और तमाम अखबार कई सालों तक इनकी अफेयर की खबरें छापते रहे, और दो बड़े हस्तियों के बीच एक नाजायज रिश्ते का सिलसिला यूं ही चलता रहा I
रेखा के ऊपर जया भादुरी का घर तोड़ने का इल्जाम भी लगा, लेकिन अब रेखा को अपने पर किसी इल्जाम को लगने का डर नहीं था, और ना ही अब किसी के दुखी होने का अफसोस था, रेखा और अमिताभ बच्चन के इस रिश्ते से जया बच्चन पूरी तरह से टूट चुकी थी, और वह अपने पति के अफेयर की खबर सुन अक्सर काफी परेशान रहती थी I ऋषि कपूर और नीतू कपूर की शादी में रेखा को देख जया बच्चन हैरान हो गई थी, 22 जनवरी 1980 नीतू कपूर और ऋषि कपूर की शादी में रेखा अपनी मांग में सिंदूर से सजाकर और गले में मंगलसूत्र पहन कर आई थी, ऋषि कपूर की शादी में बड़े-बड़े हस्तियां सितारे, फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर तमाम लोग आए थे, और उन सब में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन भी मौजूद थे, रेखा को इस तरह सुहागन देख वहां पर यह बात फैल गई की रेखा ने अमिताभ बच्चन से शादी कर ली है I स्टारडस्ट के मैगजीन के मुताबिक ऋषि कपूर की शादी के बाद जया बच्चन ने रेखा को अपने घर डिनर पर इनवाइट किया, उस वक्त अमिताभ बच्चन अपने फिल्म की शूटिंग के लिए घर से बाहर गए थे, और उस रात रेखा जया बच्चन के घर खाने पर पहुंच गई I
डरी हुई और घबराई हुई रेखा को लग रहा था की जया बच्चन उन पर अपनी भड़ास निकालने के लिए बुलाया है, पर जया बच्चन ने ऐसा नहीं किया, उन्होंने रेखा को बड़े ही आदर और सम्मान से खाना खिलाए, और काफी देर तक दोनों ने प्यार से और बहुत ही नॉर्मल बिहेव करते हुए बातें की I खाना हो गया बहुत सी बातें भी हुई, लेकिन जब रेखा अपने घर जा रही थी, तब जया बच्चन ने सिर्फ एक बात रेखा से कहीं कि मैं अमित से बहुत प्यार करती हूं और उन्हें कभी नहीं छोडूंगी, यह सुन वहां का महौल कुछ पल के लिए खामोश हो गया, और रेखा बिना कुछ कहे खामोशी के साथ वहां से चली गई I जया बच्चन की यह बात सुन रेखा को इतना तो समझ में आ गया था, कि अमिताभ बच्चन उनके कभी नहीं हो सकते, और यह समाज रेखा ने अपने पर कदम पीछे ले लिए I
उस वक्त यश चोपड़ा ने एक ऐसी फिल्म बनाने का ऐलान किया, उसके स्टार कास्ट से हर कोई हैरान हो गया I वो फिल्म थी “सिलसिला” यश चोपड़ा ने कमाल दिखाते हुए बड़े ही होशियारी से इस फिल्म में अमिताभ बच्चन जया बच्चन और रेखा को कष्ट किया, कहा जाता है की फिल्म सिलसिला इन तीनों के असल जिंदगी पर आधारित थी, लेकिन ये तीनों एक साथ एक ही फिल्म में काम करने के लिए कैसे राजी हो गए, ये चौकाने वाली बात थी I फिल्म की शूटिंग पूरी हुए और परदे पर आते हैं इस फिल्म ने धूम मचा दी, 11 अगस्त 2010 बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में यश चोपड़ा ने इस बात का खुलासा किया था, कि वह फिल्म बनाते वक्त काफी डरे हुए और परेशान थे, क्योंकि उस वक्त इन तीन स्टार के बीच पहले से ही महौल गर्म था, फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन और जया बच्चन घर से सेट पर साथ आते थे, सेट पर साथ में खाना खाते थे, और शूटिंग खत्म होते हैं साथ में ही घर वापस जाते थे, जाहिर सी बात है जया उनकी पत्नी थी और बच्चन साहब का ऐसा बिहेवि करना नेचुरल बात थी I
अमिताभ के द्वारा इग्नोर हुई रेखा उनकी इस हरकत से काफी दुखी हुई, और इस तरह से दो प्यार करने वालों के बीच दूरियां बढ़ गई I तभी 26 जुलाई 1982 को बच्चन साहब के साथ एक ऐसा हादसा जिससे सब खत्म हो गया, दरअसल कुली फिल्म के शूटिंग के दौरान बच्चन साहब इस कदर घायल हुए की कोमा में चले गए और महिनो तक अस्पताल में भर्ती रहे, जब अमिताभ जिंदगी और मौत के बीच में लड़ रहे थे, तब रेखा खुद को संभाल न सकी, उनसे रहा नहीं गया और वो उन्हें देखने अस्पताल चली गई I पर अफसोस जया बच्चन ने रेखा को अपने पति से मिलने तो दूर उन्हें देखने तक नहीं दिया, जय के इस हरकत से रेखा पूरी तरह से टूट गई और ये दिन रेखा और अमिताभ बच्चन के रिश्ते का आखिरी दिन साबित हुआ I
इस हादसे 2 साल बाद 1984 को फिल्म फेयर को दिए एक इंटरव्यू में रेखा ने अपने और अमिताभ के रिश्ते पर खुलकर बात की उस इंटरव्यू में रेखा ने कहा उस दिन जब मैं अमिताभ से मिलने अस्पताल पहुंची मुझे उनसे मिलने नहीं दिया गया, उस वक्त मुझे मौत मंजूर थी पर बेबसी का आलम मंजूर नहीं था, और इसके बाद रेखा कि जिंदगी में एक और रिश्ते का अंत हो गया था I अमिताभ बच्चन से रिश्ता टूटने के बाद कइ सालों तक रेखा अपनी निजी जिंदगी में अकेली रही, और अपना ध्यान सिर्फ अपने काम पर केंद्रित किया, वो लगातार एक के बाद एक फिल्में करती गई और अपनी लगन और मेहनत से कामयाबी की ऊंचाइयां चढ़ती गई और बॉलीवुड इंडस्ट्री में एक सक्सेसफुल अभिनेत्री के रूप में उभरी I
साल 1986 को स्मिता पाटिल की मौत के बाद जब राज बब्बर ने घर वापसी की और अपनी पत्नी और बच्चों के पास वापस लौटे तब उनके घर में महौल पहले की तरह नहीं था, राज बब्बर के साथ घर में कोई भी सीधे मुंह बात तक नहीं करता था, इसी कारण राज बब्बर और रेखा के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी, और वो एक दूसरे से अपनी तकलीफ, और परेशानियां बांटने लगे, घर वापसी से पहले राज बब्बर और रेखा ने कुछ फिल्मों में साथ में काम किया, जैसे “जीवन धारा”, “अगर तुम ना होते”, “झूठी” जैसी फिल्मों में साथ काम किया, और इन दोनों के बीच अच्छी केमिस्ट्री थी I पीपिंग मून के रिपोर्ट के मुताबिक अभिनेता राज बब्बर और रेखा के बीच दोस्ती का यह रिश्ता प्यार में बदल गया, और अब रेखा राज बब्बर को उनसे शादी करने की डिमांड करने लगे, राज बब्बर ने साफ शब्दों में रेखा के मुंह पर शादी करने से इनकार कर दिया, राज बब्बर का यह जवाब सुन रेखा बहुत गुस्सा हुई और रोते हुए वहां से चली गई I
इंटरनेशनल बिजनेस टाइम के रिपोर्ट के अनुसार उस वक्त कुछ लोगों ने मुंबई के इलाके में नंगे पांव राज के सामने से रेखा को रोते हुए भागते देखा उन लोगों ने इस बारे में मीडिया को खबर दी I कई बार दिल टूटा पर भी रेखा ने हार नहीं मानी और आगे बढ़ती रही, लेकिन यह इनके सच्चे प्यार और जीवन साथी की तलाश थी या कुछ और यह तो सिर्फ कोई मनोवैज्ञानिक बता सकते हैं I
1980 का दशक आते आते रेखा का कैरियर शबाब पर आ पहुंचा था, और यह उस दौर में इकलौती ऐसी अभिनेत्री थी, जो पुरुष प्रधान बॉलीवुड में महिला प्रधान कमर्शियल फिल्में कर रही थी, और उस वक्त की सुर्खियों में बनी हुई थी I तभी 80 का दशक आते आते रेखा पर एक्टर दत्त साहब के बेटे संजय दत्त को अपने प्यार के जाल में फसाने का इल्जाम लगा, संजय दत्त कोई दूध पीते बच्चे नहीं थे जो उन्हें फसाया जा सके, पर उनकी मां नरगिस दत्त ने कुछ इस तरह के इल्जाम रेखा पर लगाए, और तभी नरगिस दत्त के इल्जामों को नजर में रखते हुए बॉलीवुड इंडस्ट्री में यह खबर फैलने लगी की रेखा ने चोरी चुपके संजय दत्त से शादी कर ली I शादी की खबर मीडिया में फैलने लगी, और इस खबर को मीडिया में फैला हुआ देख नरगिस काफी गुस्सा हुई और गुस्से में उन्होंने रेखा को मर्दों को फसाने वाली चुड़ैल तक कह दिया I नरगिस दत्त से अपने लिए ऐसी बातें सुन के रेखा ने संजय दत्त से दूरी बना ली और यह रिश्ता भी यहीं खत्म हुआ, लेकिन यह महज अफवाह ही साबित हुई।
1990 का दशक आते आते प्यार में कई बार धोखा खाए हुए रेखा अब अपने सच्चे प्यार की तलाश करते थक चुकी थी, और वह अब शादी कर अपना घर बसाना चाहती थी, एक पार्टी के दौरान रेखा की मुलाकात दिल्ली के बिजनेस मैन मुकेश अग्रवाल से हुई, मुकेश रेखा के बहुत बड़े फैन थे, और उनकी एक झलक देखने के लिए उनकी फिल्म शूटिंग के हर सेट पर पहुंच जाते थे I मुकेश अग्रवाल से मुलाकात के पहले रेखा ने कई बार उनसे मिलने से मना करती रही, फिर अचानक मीडिया में यह खबर फैलने लगी की रेखा ने बिजनेस मैन मुकेश अग्रवाल से शादी कर ली I लेकिन शादी करके अपना घर बसाना और पति का सुख पाना मानो यह रेखा के नसीब में ही नहीं था, शादी के कुछ महीनो बाद ही मुकेश और रेखा में कहां सुनी होने लगी और उनका रिश्ता बिगड़ने लगा, और तब रेखा को पता चला कि मुकेश डिप्रेशन के शिकार है, और शादी के पहले से इनका मानसिक इलाज चल रहा है I
मुकेश की सच्चाई पता चलने पर रेखा को काफी गहरा सादमा लगा, और रेखा ने मुकेश से दूरी बनाने शुरू की, और मुकेश से दूर दिल्ली से ज्यादा मुंबई में आकर रहने लगी, और मुकेश दिल्ली में अकेले रहते I कुछ वक्त के बाद मुकेश मुंबई आने जाने लगे और अपनी पत्नी रेखा से जबरदस्ती मिलने की कोशिश करने लगे, रेखा की किताब “रेखा द अनटोल्ड स्टोरी” में रेखा के जरिए इस बात की चर्चा विस्तार से की गई है I 2 अक्टूबर 1990 को एक ऐसी खबर आई जिस से रेखा की पूरी जिंदगी उलट पलट कर रख दी, वो खबर यह थी की मुकेश मौत हो चुकी थी I दिल्ली में उनके बेडरूम की छत और वहां लगे पंखे पर पत्नी रेखा का दुपट्टा यह सब इस बात की गवाही दे रहे थे मुकेश अपनी जिंदगी की आखिरी पलों में कितने अकेले थे, शायद वह बहुत तकलीफ में और स्ट्रेस में या फिर अपनी पत्नी की यादों में रहे होंगे, लेकिन ये बहुत दर्दनाक, और तकलीफ देह था I
इस हादसे के वक्त रेखा हिंदुस्तान में मौजूद नहीं थी अपनी शूटिंग के लिए बाहर गई हुई थी, और मुकेश के मौत की खबर सुनते ही वह हिंदुस्तान वापस आ गई I जब यह खबर मीडिया में फैल गई तो इस हादसे के बाद लोगों ने रेखा को चुड़ैल कहा और बॉलीवुड के लोग काफी लंबे समय तक रेखा को कोसते रहे, मुकेश के मौत का असर रेखा के करियर पर भी पड़ा I पर कहते हैं ना वक्त हर जख्म पर मरहम लगाता है, धीरे-धीरे रेखा के जख्म भी भरते गए, और वक्त भी बीतता गया, और रेखा ने कुछ एक्शन फिल्मों के साथ फिल्मों करियर में वापसी की I साल 1996 में रेखा के एक ऐसे अफेयर की खबर सामने आए जो बेहद चौकाने वाली थी I
1996 में एक फिल्म आई थी “खिलाड़ियों का खिलाड़ी” इस फिल्म के दौरान रेखा का नाम इन से 13 साल छोटे अभिनेता अक्षय कुमार के साथ जोड़ा गया, इस फिल्म में रेखा और अक्षय कुमार के साथ रवीना टंडन थी, जो उस वक्त अक्षय कुमार के साथ डेट कर रही थी I रेखा से गुस्सा हुई रवीना ने एक दिन मीडिया में अपनी भड़ास निकलते हुए रेखा और अक्षय के अफेयर के बारे में मीडिया में आया बताया, हालांकि रवीना ने अक्षय का नाम बगैर लिए रेखा के साथ मिलकर धोखा देने का अरोप लगाया, लेकिन रेखा और अक्षय ने इस बात पर कभी कोई बात नहीं की और चुपचाप खामोशी के साथ दोनों अलग हो गए, पर एक रिपोर्ट के मुताबिक अक्षय कुमार और रेखा के बारे में जो भी अफवाहें उठी वह सब मीडिया के जरिए फैलाई हुई सिर्फ एक अफवा थी I
फिल्मों में काम करने के दौरान रेखा की दोस्ती शत्रुघ्न सिन्हा और साजिद खान से भी हुई थी, रेखा और शत्रुघ्न सिन्हा का संबंध एक पेशेवर और दोस्ताना रिश्ता है । दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया, जैसे “रामपुर का लक्ष्मण”, “दो यार”, “कश्मकश”, “मुकाबला”, और “खून भारी मांग”। हालाँकि, फिल्म “खून भरी माँग” के दौरान दोनों के बीच एक छोटा सा विवाद हो गया था, जिसके बाद वे 20 साल तक एक-दूसरे से बात नहीं कर पाए। शत्रुघ्न सिन्हा ने स्वीकार किया कि इस दौरान उन्होंने रेखा के बारे में कई नकारात्मक टिप्पणियां की, लेकिन रेखा ने कभी भी जवाब नहीं दिया और हमेशा एक बड़े दिल वाली महिला बनी रहीं I फिर बाद में, शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा ने दोनों के बीच सुलह कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, पूनम और रेखा अच्छी दोस्त थीं, और उनके दोस्ती के चलते पूनम ने शत्रुघ्न और रेखा के बीच सुलह कराई I
रेखा और शत्रुघ्न सिन्हा ने कई हिट फिल्मों में साथ काम किया, जिनमें प्रमुख हैं:
- खून पासीना (1977)
- आदमी सड़क का (1977)
- ज्वाला (1986)
- दर्द (1981)
रेखा और साजिद खान के रिश्ते के बारे में कई अफवाहें रही हैं, साजिद खान जिन्होंने ‘मदर इंडिया’ में बाल कलाकार के रूप में प्रसिद्धि पाई थी, साजिद खान और रेखा के बीच एक रोमांटिक रिश्ता होने की चर्चा थी। रेखा और साजिद खान के रिश्ते को लेकर कहा जाता है कि दोनों के बीच गहरा प्यार था, लेकिन यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं चला और उनके अलग होने के बाद दोनों ने अपने-अपने रास्ते चुन लिए, साजिद खान की बाद की जिंदगी में वह अन्य फिल्मों और व्यक्तिगत मामलों में व्यस्त रहे, जब कि रेखा ने बॉलीवुड में अपनी छवि को बनाए रखा और अपने करियर में कई मुकाम हासिल किये, लेकिन उनकी प्रेम कहानी बॉलीवुड में बहुत कम चर्चा हुई I
अब बात करते हैं रेखा के उस राज और एक ऐसे रिश्ते के बारे में जो बहुत कम लोग जानते हैं, रेखा की फीमेल मेकअप आर्टिस्ट फरजाना की I रेखा और फरज़ाना का रिश्ता बेहद करीबी और विश्वासपूर्ण है, फरज़ाना पिछले कई दशकों से रेखा की पर्सनल हेयर स्टाइलिश, सेक्रेट्री और पर्सनल असिस्टेंट के रूप में काम कर रही हैं। उनका संबंध एक गहरे दोस्ती और विश्वास का प्रतीक है, रेखा की जीवनी ‘रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी’ में इस संबंध के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है। यासीर उस्मान द्वारा लिखी इस किताब में दावा किया गया है कि फरज़ाना रेखा की जिंदगी के हर पहलू को नियंत्रित करती हैं और उनके सभी कामों का ख्याल रखती हैं I
फरज़ाना ने रेखा की जिंदगी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वह रेखा की हर गतिविधि पर नजर रखती हैं और उनके साथ एक मजबूत सहयोगी के रूप में रहती हैं। फरज़ाना को रेखा के जीवन का एक अभिन्न हिस्सा माना जाता है और वह रेखा के लिए एक मजबूत सहारा रही हैं, फरज़ाना ही रेखा की अधिकतर निर्णयों में सलाहकार होती हैं और रेखा की पब्लिक इमेज और निजी जीवन को नियंत्रित करती हैं। इस रिश्ते को लेकर कई तरह की चर्चाएं और अफवाहें रही हैं, जैसा की कुछ रिपोर्टों में यह भी दावा किया गया है कि वे दोनों एक लिव-इन रिलेशनशिप में हैं, हालांकि रेखा ने कभी भी सार्वजनिक रूप से इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है I
रेखा और फरज़ाना के बीच का यह संबंध सिर्फ व्यावसायिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत भी माना जाता है, जिसमें गहरा विश्वास और समर्थन शामिल है, दोनों का रिश्ता एक मजबूत दोस्ती और सहयोग का प्रतीक है, जो वर्षों से चला आ रहा है। रेखा का बंगला जिसे ‘सी स्प्रिंग्स’ कहा जाता है, इस का रहस्य और आकर्षण काफी चर्चा का विषय रहा है। बांद्रा (वेस्ट), मुंबई में स्थित ‘सी स्प्रिंग्स’ बंगले की कीमत लगभग 60 करोड़ रुपये आंकी गई है, रेखा अपने इस घर को बहुत ही निजी रखती हैं और इसके अंदरूनी हिस्से को बेहद खूबसूरत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाया है I
फरज़ाना और रेखा का रिश्ता इसलिए भी चर्चा में रहता है क्योंकि दोनों एक साथ रेखा के बंगले ‘सी स्प्रिंग्स’ में रहती हैं, इस घर की रहस्यमयता का एक बड़ा कारण रेखा की गोपनीयता पसंद जीवनशैली है। वे बहुत कम सार्वजनिक रूप से दिखाई देती हैं और अपने घर को निजी रखती हैं, रेखा का यह घर हरे-भरे पेड़-पौधों और बांस की दीवारों से घिरा हुआ है, जो इसे एक शांत और प्राकृतिक माहौल प्रदान करता है I इस प्रकार, रेखा और फरज़ाना के बंगले का रहस्य उनकी गहरी दोस्ती, विश्वास और सहयोग पर आधारित है, जो रेखा के जीवन की स्थिरता और शांति का प्रतीक है, आज भी फरजाना हर फंक्शन, इवेंट, पार्टी हमेशा रेखा के हर जगह साये की तरह साथ ही नजर आती है I
साल दो हजार आते-आते रेखा ने फिल्मो में काम करना बंद कर दिया, लेकिन जब तक वह फिल्मों में काम कर रही थी, तब तक कमाल करती रही, और एक के बाद एक हिट फिल्में इंडस्ट्री को दिए I इसी के साथ रेखा को उनकी अद्वितीय अभिनय प्रतिभा और भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।
वर्ष | पुरस्कार का नाम | फिल्म/उपलब्धि |
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1982 | राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार – सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री | उमराव जान |
1980 | फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार | खूबसूरत |
1988 | फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार | खून भरी मांग |
1997 | फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार | खिलाड़ियों का खिलाड़ी |
2003 | फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड | – |
2006 | ज़ी सिने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड | – |
2007 | ज़ी सिने फॉरएवर दिवा अवार्ड | – |
2004 | बॉलीवुड मूवी अवार्ड – सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री | कोई मिल गया |
2010 | पद्म श्री | भारत सरकार द्वारा दिया गया चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान |
2006 | दीनानाथ मंगेशकर अवार्ड | – |
2007 | FICCI लिविंग लीजेंड इन द वर्ल्ड ऑफ एंटरटेनमेंट | – |
2019 | ANR नेशनल अवार्ड | – |
इसी के साथ रेखा राज्यसभा के सदस्य भी रह चुकी है, और आज भी अपनी जिंदगी आजाद, बिंदास तरीके से जी रहे हैं, वैसे तो इनके निजी जिंदगी में मुश्किल हालात, दर्द, तकलीफ और परेशानी, विवादों और इल्जामों से भरी रही I
यह कभी अपने पिता के जरिए ठुकराई गई, कभी प्रेमियों के जरिए, तो कभी अपने पति के जरिए ठुकराई गई, रेखा ने हर मुश्किल परिस्थिति का डटकर सामना किया, और अपने शर्तों पर अपने जिंदगी को जिया, और हमेशा एक मजबूत महिला होने का सबूत पेश किया, जिंदगी में बहुत से गलतियां भी कि, और साथ ही कमजोर महिलाओं को साहस और हिम्मत देने का काम भी किया I रेखा की निजी जिंदगी को एक मिसाल के तौर पर देखा नहीं जा सकता, लेकिन जब भी हिंदी सिनेमा की खूबसूरत, प्रतिभाशाली और दमदार अभिनेत्रीयों की चर्चा होगी, तो रेखा का नाम सब अभिनेत्री से पहले लिया जाएगा I
तो दोस्तों यह थी बॉलीवुड की फर्स्ट एवरग्रीन ब्यूटी सबसे खूबसूरत और वर्सेटाइल अदाकारा रेखा के जीवन का परिचय I